यहां उत्तर प्रदेश के मस्सन गाँव में होली अनेक रूपों से मनाई जाती है। यह एक ऐसा स्थान है जहाँ रंगो की सौगंध के साथ एक अनोखा उत्सव देखने को मिलता है। यहाँ, लोग और मिठाइयाँ बाँटते हैं ।
यह सारे मस्सन में होली का उत्सव मनाता है। यह दिन उन सभी के लिए और जीवन की नयी ऊर्जा देता है ।
वरनाशी का अद्भुत उत्सव, मस्सन होली
यह राजधानी) वाराणसीमें आयोजित होने वाला यह उत्सव हर साल फाल्गुन माह में मनाते हैं। इस होली में रंगों की जगह हल्की धूल का इस्तेमाल होता है, जिसे 'मस्सन' कहा जाता है।
यह विशेष परंपरा है जो यहाँ पीढ़ी दर पीढ़ी जा रही है ।
{उस दिन लोग एक-दूसरे को 'मस्सन' से खेलकर और एक-दूसरे की रंग लगाकर उत्साह का आभास करते हैं। इस होली में लोग खूब नाचते और गाते हैं । मस्सन होली एक खास उत्सव है ।
मस्सन की होली : एक धार्मिक-सामाजिक उत्सव
होली, रंगों और मिठाइयों का त्योहार, भारत में सभी समुदायों द्वारा मनाया जाता है। यह हर्ष से भरपूर दिन सभी को एक साथ लाता है। मंसन भी होली के रंगों और उत्सव में पूरी तरह शामिल होता है। यहां पर होली का आयोजन पारंपरिक रूप से किया जाता है, जहाँ लोग एक-दूसरे को अबीर लगाते हैं और खुशियां बाँटते हैं।
होली का त्योहार मस्सन में एक विशेष महत्व रखता है, क्योंकि यह लोगों को एक साथ लाने और अपने रिश्तों को मजबूत करने का अवसर प्रदान करता है। इस दिन लोग नए कपड़े पहनते हैं, मिठाईयाँ बनाते हैं और एक-दूसरे को हार्दिक शुभकामनाएं देते click here हैं।
होली का त्योहार सभी के लिए एक सुखद और यादगार अनुभव होता है, जो हमें जीवन की खुशियों और सौहार्द का महत्व सिखाता है।
धूल संगीत की खुशी, मस्सन की होली
पारंपरिक होली खेलना बहुत खास है। यहाँ साथ में रंगों से नहाने का आनंद लेता है। मस्सन की होली में प्यार भरपूर होता है। बच्चे तो हँसते और बड़े भी अपनी नन्हीं-सी खुशियों में डूब जाते हैं। यह दिन एक खुशियों और उम्मीदों से भरा होता है।
अमरनाथ की यात्रा मस्सन में रंगों से सजी
यहाँ सरस्वती के तट पर, पर्वत की चोटियों ने आकर्षक दृश्य प्रस्तुत किया। हर पेड़-पौधा, हर पत्थर, हर हवा में मस्सन का रोमांच व्याप्त था। भक्त एक साथ मंत्रों के साथ प्राप्ति का आनंद ले रहे थे।
विशाल झुंडों से सजी पहाड़ी की गहराई में, मस्सन का आत्मा एक अलग ही स्तर पर था।
मस्सन में होली: पावन रीतियों का उत्सव
मस्सन क्षेत्र में होली एक ऐसा त्यौहार है जो जीवन का रंग भरता है. यह दिन, सिर्फ रंगों और मिठाइयों से परे,संस्कृति के गहरे मूल्यों का प्रतीक है. रंगीन फूल इस उत्सव में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, जिससे यह दिन और भी खास बन जाता है.
- यह त्यौहार लोगो के लिए एक खुशी से भरा अवसर होता है.
- रंगीन होलिका के साथ, यह दिन हँसी-खुशियों से भर जाता है.
- परंपरागत गीतों और जमकर नाचो की धुनों में, लोग उत्सव का आनंद लेते हैं.
यह त्यौहार प्रेम, भाईचारा और बंधुता का संदेश देता है.